इमाम हुसैन (अ.स.) के साथ ज़ियारत-ए-आशूरा के पास उनके तीर्थस्थल या दूर से आने की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है और दुआ भी अल्लाह द्वारा स्वीकार की जाएगी
इमाम हुसैन (अ.स.) के साथ ज़ियारत-ए-आशूरा के पास उनके तीर्थस्थल या दूर से आने की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है और दुआ भी अल्लाह द्वारा स्वीकार की जाएगी।
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